Monday, May 20, 2024
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विश्व पर्यावरण दिवस 2023 : World Environment Day 2023

विश्व पर्यावरण दिवस पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण हेतु पूरे विश्व में मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने की घोषणा संयुक्त राष्ट्र ने पर्यावरण के प्रति वैश्विक स्तर पर सामाजिक जागृति लाने हेतु वर्ष 1972 में की थी। इसे 5 जून से 16 जून तक संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा आयोजित विश्व पर्यावरण सम्मेलन में चर्चा के बाद शुरू किया गया था। 5 जून 1973 को पहला विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया। इसी सम्मेलन में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण के इस कार्यक्रम (UNEP) की उत्पत्ति हुई। आज हम विश्व पर्यावरण  दिवस  2022 के बारे में पढ़ेंगे कि इसकी थीम क्या हैं। विश्व पर्यावरण दिवस 2022 का वैश्विक सम्मेलन किस  देश मे आयोजित हो रहा हैं

हर साल 5 जून को पर्यावरण दिवस आयोजित करने का निर्णय लिया गया। इस कार्यक्रम मे नागरिकों को प्रदूषण की समस्या से अवगत कराना और पर्यावरण के प्रति जागरूकता लाने के लिए राजनीतिक चेतना जागृत करना। 5 जून को पूरे विश्व में पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। विश्व में लगातार बढ़ रहे प्रदूषण और बढ़ रहे ग्लोबिंग वार्मिंग की चिंताओं के चलते विश्व पर्यावरण दिवस की शुरुआत की गई थी।

पेड़– पौधे, नदियां, जंगल, जमीन, पहाड़, मैदान आदि मानव जीवन के लिए बहुत ही आवश्यक है। प्रकृति से हम कितना कुछ लेते हैं। लेकिन इसके बदले में हम हमारी प्रकृति को वापस प्रदूषण के अलावा कुछ भी नहीं दे रहे हैं। कई बड़े-बड़े शहरों में आज प्रदूषण इस कदर बढ़ता जा रहा है, कि वहां पर रहने वाले लोगों के लिए सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है।

प्रदूषण का मुख्य कारण क्या-क्या हैं

प्रदूषण का मुख्य कारण बड़े-बड़े शहरों में कारखाने व फैक्ट्रियों से निकलने वाले रासायनिक पदार्थ है। जिनके कारण फैक्ट्रियों से निकलने वाला जहरीला धुआं हवा के साथ मिलकर वायु को प्रदूषित कर रहा है। औद्योगिक क्षेत्र को बढ़ाने के लिए जमीन की आवश्यकता होती है। इसीलिए जंगल के पेड़ पौधों को काटकर उद्योग क्षेत्र के लिए भूमि बनाई जा रही है। जिससे पेड़ पौधों की कमी हो रही है । वातावरण में ऑक्सीजन कम व कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा में बढ़ रही है। जिस कारण हमारा पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है।

पर्यावरण का क्या अर्थ है

यह पर्यावरण शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है परि + आवरण। परि का अर्थ ‘हमारे चारों ओर’ है। आवरण का अर्थ      ‘हमें चारों ओर से घेरे हुए ’ हैं । अर्थात पर्यावरण का शाब्दिक अर्थ होता है, चारों ओर से घेरे हुए। पर्यावरण उन सभी भौतिक, रासायनिक एवं जैविक कारकों की एक इकाई है। जो किसी जीवधारी, परितंत्र व आबादी को प्रभावित करते हैं। तथा उनके रूप जीवन और जीविकोपर्जन को तय करते हैं।

पर्यावरण दिवस क्यों मनाया जाता है

इस दिवस को मनाने का एक मुख्य कारण मनुष्य और पर्यावरण को एक दूसरे से आपस में जोड़ना है ।किसी भी एक के अभाव में दूसरे की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। इसलिए हम सभी को पर्यावरण का संरक्षण करना चाहिए । जिससे हमारा पर्यावरण स्वच्छ और सुरक्षित रहे। पर्यावरण है तो हम हैं। इसके बिना मानव जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। मानव जीवन के अस्तित्व को बनाए रखने के लिए पर्यावरण को सुरक्षित रखने की आवश्यकता है।

पर्यावरण दिवस कब मनाया जाता है?

हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन सभी सरकारी और गैर– सरकारी संस्थाओं में पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। सभी लोग पर्यावरण संरक्षण की शपथ लेते हैं, की पर्यावरण को सुरक्षित रखेंगे। इसके बचाव के लिए हम सभी अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाएंगे। हर साल विश्व के सभी देशों में पर्यावरण के संरक्षण और सुरक्षा के लिए विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। इस दिन सभी लोग पर्यावरण के रखरखाव के लिए पेड़ –पौधे लगाने का संकल्प लेते हैं।

प्रथम विश्व पर्यावरण दिवस का नारा क्या था?

कई बड़े-बड़े एनजीओ भी इसमें भागीदारी लेते हैं। वर्ष 1973 में पहली बार “केवल एक पृथ्वी” के नारे के साथ विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया था। पर्यावरण प्रदूषण वातावरण के तापमान में वृद्धि व ग्लोबल वार्मिंग हो रही है। वनों की कटाई को रोकने के लिए विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। इसमें लोगों को प्रकृति के प्रति प्रेम की के बारे में बताया जाता है। पर्यावरण की देखरेख के लिए कई प्रकार के कार्य किए जाते हैं। पौधों का वितरण भी किया जाता है ,ताकि जगह जगह पर अधिक से अधिक पौधे लगाए जा सके।

विश्व पर्यावरण दिवस का उद्देश्य क्या है

विश्व पर्यावरण दिवस का मुख्य उद्देश्य जन सामान्य को पर्यावरण के महत्व से परिचित करा कर इसके संरक्षण का प्रयास कराना है। ताकि लोगों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता आए ।और पर्यावरण में होने वाला प्रदूषण कम हो सके। इसीलिए प्रतिवर्ष पर्यावरण दिवस मनाया जाता है ।नागरिकों को प्रदूषण की समस्या से अवगत करा कर पर्यावरण के प्रति जागरूकता लाने के लिए राजनीतिक चेतना जागृत करना यही विश्व पर्यावरण दिवस का मुख्य उद्देश्य है।

पर्यावरण दिवस का क्या महत्व है

हर साल 5 जून को दुनिया भर में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। विश्व में लगातार बढ़ रहे प्रदूषण चिंता का विषय बन गया है। विश्व पर्यावरण दिवस के कार्यक्रम का आयोजन कर लोगों को पर्यावरण और प्रदूषण से हो रहे नुकसान के प्रति जागरूक किया जाता है।

सबसे पहले पर्यावरण विश्व पर्यावरण दिवस की शुरुआत कहां हुई?

विश्व पर्यावरण दिवस की शुरुआत सब से पहली बार स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में हुई थी। जिसमें “एक ही पृथ्वी” का सिद्धांत दिया गया था। इस आयोजन में 119 देशों ने हिस्सा लिया। इसी दिन यहां पर दुनिया का पहला पर्यावरण सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें भारत की ओर से तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भाग लिया था।

इस सम्मेलन के दौरान ही संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम की नींव पड़ी। जिसके चलते हर साल विश्व पर्यावरण दिवस का आयोजन का संकल्प लिया गया। जिससे लोगों को हर साल पर्यावरण में हो रहे बदलाव से अवगत कराया जा सके। और पर्यावरण में संतुलन बनाए रखने के लिए लोगों को समय– समय पर जागरूक किया जा सके।

विश्व पर्यावरण दिवस 2022 की थीम क्या है?

इस साल 5 जून 2022 पर्यावरण दिवस की थीम “Only One Earth” है। यह थीम हमें हमारे स्वास्थ्य, हमारे परिवारों, हमारी आजीविका की रक्षा करने के लिए एकजुट होकर इस ग्रह में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करती है। क्योंकि हरा-भरा भविष्य एक समृद्ध भविष्य होता है। आधुनिक समय में प्रदूषण की समस्या इतनी तेजी से बढ़ रही है। जिसका हम अनुभव भी नहीं कर सकते। अगर ऐसे ही पर्यावरण प्रदूषण की समस्या बढ़ती रही तो आने वाले कुछ वर्षों में हम लोगों को सांस लेना भी मुश्किल हो जाएगा। सांस से संबंधित अन्य कई प्रकार की बीमारियां हो जाएगी।

विश्व पर्यावरण दिवस 2021 की थीम क्या थी

पिछले  वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस 2021 की थीम “पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली” यानी “इकोसिस्टम रीस्टोरेशन” है। जंगलों को नया जीवन देखकर पेड़ –पौधे लगाकर, बारिश के पानी को संरक्षित करके और तालाबों के निर्माण करने से हम पारिस्थितिकी तंत्र को फिर से रिस्टोर कर सकते हैं।

विश्व पर्यावरण दिवस 2020 की थीम क्या थी

वर्ष  2020 मे विश्व पर्यावरण दिवस 2020 की थीम “प्रकृति के लिए जीवन” रखी गई थी। हर साल पर्यावरण दिवस पर अलग-अलग थीम रखी जाती है।

पर्यावरण दिवस 2022 की मेजबानी कौन सा देश करेगा?

स्वीडन संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) के साथ साझेदारी में 5 जून 2022 को विश्व पर्यावरण दिवस की मेजबानी करेगा।

भारत में कैसे मनाएंगे विश्व  पर्यावरण दिवस  2022

पिछले 2 वर्षों से कोरोना के कारण जो लॉकडाउन लगा है। इससे पर्यावरण दिवस मनाने का तरीका थोड़ा बदल गया है। पीएम मोदी ने कहा की लॉकडाउन के दौरान जीवन की रफ्तार थोड़ी धीमी हुई है। लेकिन इससे हमें अपने आसपास प्रकृति की समृद्ध विविधता को, जैव विविधता को करीब से देखने का अवसर भी मिला है। आज कितने ही ऐसे पक्षी जो प्रदूषण और शोर-शराबे में ओझल हो गए थे। सालों बाद उनकी आवाज को लोग अपने घरों में सुन रहे हैं। अनेक जगहों से जानवरों को उन्मुक्त वितरण की खबरें आ रही है। आसमान में उड़ने वाला काला धुआं कम हुआ है। वातावरण में शुद्ध वायु है।

पिछले पर्यावरण दिवस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने देशवासियों से पर्यावरण दिवस पर प्रकृति के साथ गहरा रिश्ता निभाने का संकल्प लेने की अपील की । और साथ ही यह कहा कि, हमें प्रकृति से प्रेम करना चाहिए। श्री नरेंद्र मोदी जी ने रेडियो कार्यक्रम ‘ मन की बात’ में कहा था कि पर्यावरण का सीधा संबंध हमारे बच्चों के भविष्य से है। यदि हमारा पर्यावरण अच्छा रहेगा तो मानो हमारे बच्चे अच्छे व स्वस्थ रहेंगे। इसीलिए हमें पर्यावरण के प्रति सजग रहना चाहिए। हमें अपने घर पर ही रह कर अपने आसपास कम से कम एक पेड़ अवश्य लगाना चाहिए।

कोरोना काल में लॉकडाउन लगने के कारण भारत में ना केवल वायु शुद्ध हुई है। बल्कि अब गंगा ,यमुना समेत तमाम नदियों का पानी भी स्वच्छ व साफ हो गया है। जहां एक और कोरोना के कारण हम बहुत भयभीत और परेशान थे। वहीं दूसरी ओर लॉकडाउन के कारण हमारे आसपास का वातावरण स्वच्छ वह प्रदूषण मुक्त हो गया है। लॉकडाउन के कारण प्रदूषण स्तर काफी हद तक घटा है। भारत में ग्लोबल वार्मिंग कम हुई है। पर्यावरण दिवस के प्रति लोगों को जागरूक करने में यूएन द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस का सबसे बड़ा आयोजन किया जाता है।

पर्यावरण दिवस मनाने की क्या आवश्यकता है?

हमारे चारों ओर एक वातावरण है, जिससे हम गिरे हुए हैं। यह प्रदूषित हो रहा है। प्राकृतिक संसाधनों का अंधाधुंध विनाश, अधिक संख्या में जंगलों की कटाई, ग्लोबल वार्मिंग और पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिए तथा भविष्य में आने वाले खतरे को कम करने के लिए पर्यावरण दिवस मनाने की आवश्यकता है। लोगों को इकट्ठा करके उन्हें प्रदूषण की समस्या के बारे में जानकारी देना। उन्हे अधिक से अधिक पेड़ लगाने के लिए प्रेरित करना चाहिए। जिससे कि पर्यावरण प्रदूषण से बचा जा सके।

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